Monday, May 16, 2016



आप पहले ही ताक धिना धिन पुस्तक का एक बालगीत 'छुट्टीआई ' सुन चुके हैं.
नीचे लिखे लिंक पर आइये सुनते हैं , ताक धिना धिन पुस्तक का अगला बालगीत
'चलो चलें हम चिड़िया घर' -...
https://youtu.be/SokWzF-JK58

१६.५.१६

 चलना ही जिंदगी  है (६ ) 
                                       इस सप्ताह के सुविचार -----

  •     जीवन के आने वाले पलों की मृगतृष्णा में न रहकर , अभी ,इस पल के आनंद में सराबोर हो लें।

  • समय बड़ा होताहै, मनुष्य नहीं,समय अनुसार परिस्थितियाँ बदलती हैं ,इसलिए सही समय का इन्जार करना ही अच्छा है .

  • चाहे कैसी भी परिस्थिति हो ,अपना विश्वास बनाए रखें।

  • परिवार में सबका व्यवहार अलग होता है, सबका अपना मान -सम्मान होता है . हर एक सदस्य का अलग महत्त्व होता है . सबसे ताल-मेल बैठाकर , प्यार से रहना ही तो ज़िन्दगी है .

  • जिस भी काम को करें ,उसे पूरे जुनून से करें । उसके पूरे होने का आनंद ही अलग 
  • १६.५.१६

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